लोकसभा चुनाव से पहले एक्शन में मायावती, 10 महीने में इमरान मसूद को BSP से किया आउट
अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर इमरान मसूद ने बहुजन समाजपार्टी का दामन थामा था।
अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का दामन छोड़कर इमरान मसूद ने बहुजन समाजपार्टी का दामन थामा था. लेकिन अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधि के कारण बसपा ने उनको निष्कासित कर दिया है.
लोकसभा चुनाव 2023: मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने इमरान मसूद को 10 महीने में ही पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के कारण निष्काषित कर दिया है. इमरान मसूद समाजवादी पार्टी की साइकिल छोड़कर बसपा में शामिल हुए थे. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आई है. बताया जा रहा है कि इमरान मसूद कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं. पिछले हफ्ते उन्होंने कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात की थी. तीन दिन पहले मायावती ने एक अहम बैठक बुलाई थी, जिससे इमरान मसूद नदारद रहे थे.
बता दें कि इमरान मसूद की भाभी खदीजा मसूद ने सहारनपुर से मेयर का चुनाव लड़ा था. लेकिन बीजेपी प्रत्याशी ने उनको करारी शिकस्त दी थी. अपने ही इलाके में हारने के बाद उनकी काफी किरकिरी हुई थी. बसपा से पहले मसूद सपा और कांग्रेस में भी रह चुके हैं.
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की तरफ से उनको सहारनपुर से लोकसभा का टिकट मिल सकता है. दरअसल I.N.D.I.A गठबंधन बनने के बाद से इमरान मसूद कांग्रेस के संपर्क में थे. 2022 का विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद मसूद ने बसपा का साथ पकड़ा था. तब उनको पश्चिमी यूपी के को-ऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी दी गई थी.
बसपा से निकाले जाने पर इमरान मसूद ने कहा कि अगर सच बोलना अनुशासनहीनता है तो मुझे मंजूर है. इससे पहले इमरान मसूद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जमकर तारीफ की थी. उन्होंने कहा था कि राहुल ही पूरे देश में इकलौते ऐसे नेता हैं तो जनता के हक में बोलते हैं. मैंने राहुल और प्रियंका दोनों के साथ का
कौन हैं इमरान मसूद
गौरतलब है कि इमरान मसूद पूर्व केंद्रीय मंत्री काजी रशीद मसूद के भतीजे हैं. इमरान मसूद का नाम पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े नेताओं में लिया जाता है. साल 2019 का लोकसभा चुनाव इमरान मसूद ने कांग्रेस के ही टिकट पर लड़ा था. उनको सवा दो लाख वोट मिले थे. लेकिन चुनावी हवा को भांपकर उन्होंने कांग्रेस छोड़ जनवरी 2022 में सपा का दामन थाम लिया था.