'28 साल पुराने राजद पर एक परिवार का नियंत्रण,' लालू प्रसाद को फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर NDA का कटाक्ष
बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव को फिर से राष्ट्रीय जनता दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। इसपर NDA ने निशाना साधते हुए कहा कि लालू यादव के दोबारा चुने जाने से यह साबित हो गया कि 28 साल पुराने राजद पर 'एक परिवार का नियंत्रण' है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने मंगलवार को घोषणा की कि उसके संस्थापक लालू प्रसाद को फिर से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। पार्टी के संगठन चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी रामचंद्र पूर्वे ने बताया कि प्रसाद एकमात्र उम्मीदवार थे, जिन्होंने एक दिन पहले अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था और जांच के दौरान वह सही पाया गया। पूर्वे ने कहा, "औपचारिक घोषणा पांच जुलाई को यहां की जाएगी, जब पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। परिषद की बैठक में लालू प्रसाद को निर्वाचन का प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा।"
इस बीच, बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने मुख्य विपक्षी दल पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि लालू प्रसाद के दोबारा निर्वाचित होने से यह साबित हो गया है कि 28 साल पुराने राजद पर 'एक परिवार का नियंत्रण' है।
JDU नेता राजीव रंजन ने लगाया ये आरोप
जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने एक बयान में आरोप लगाया कि राजद प्रमुख के बेटे और उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव "राजनीति में नैतिकता के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उपदेश देना पसंद करते हैं, लेकिन उनमें और उनके परिवार में नैतिकता का स्पष्ट अभाव नजर आता है।"
राजद ने राजतंत्र स्थापित कर दिया है'
राज्य के डिप्टी सीएम और पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "लालू प्रसाद के 13वीं बार फिर से अध्यक्ष निर्वाचित होने के साथ ही राजद ने राजतंत्र स्थापित कर दिया है। स्पष्ट है कि पार्टी को केवल उनकी और उनके परिवार की जरूरत है तथा उसे दलितों, पिछड़ों और अगड़ी जातियों की कोई परवाह नहीं है।"
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