5 सीटों पर अड़ी थी कांग्रेस, 1 फोन कॉल से कैसे बदली UP Bypolls की तस्वीर?
प्रियंका गांधी के वायनाड से नामांकन के बाद अखिलेश यादव और राहुल गांधी के बीच दिन में फोन पर बात हुई. उसमें तय हुआ कि हरियाणा फॉर्मूले को अपनाया जाए.
यूपी की 9 सीटों पर होने जा रहे उपचुनावों में भाजपा अपने सहयोगियों को अभी तक नहीं साध पाई लेकिन सपा-कांग्रेस के विपक्षी इंडिया गठबंधन ने अपने पेचोखम को दुरुस्त कर लिया है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने ऐलान किया था कि उपचुनाव में कांग्रेस 5 सीटों पर लड़ेगी. सपा ने सात प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था, अब उसको पीछे हटना मुश्किल दिख रहा था. उसने उनमें से किसी तरह फूलपूर सीट पर हटने के संकेत दिए लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी. उसके बाद अजय राय ने कहा कि अब हमने अपना केस कांग्रेस आलाकमान के पास भेज दिया है, जो भी होगा वहां से होगा.
हरियाणा फॉर्मूला
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को कल वायनाड संसदीय सीट से पर्चा भरना था. कांग्रेस के टॉप नेता वहां बिजी थे. बुधवार को दोपहर 11 बजे जब उन्होंने पर्चा भर दिया तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अखिलेश यादव और राहुल गांधी के बीच दिन में फोन पर बात हुई. उसमें तय हुआ कि हरियाणा फॉर्मूले को अपनाया जाए. इसका मतलब ये है कि हरियाणा में भी सपा अपने प्रत्याशी उतारना चाहती थी लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद अखिलेश यादव मान गए और सपा ने हरियाणा में प्रत्याशी नहीं उतारे.
समझा जाता है कि उसी तरह का फ्री हैंड अखिलेश को दे दिया गया. दोनों नेताओं की बातचीत में ये सहमति बनी कि अलग-अलग प्रत्याशी उतारकर किसी तरह के उभरने वाले परसेप्शन से बचा जाए और किसी तरह का मन-मुटाव नहीं पनपने दिया जाए. इसलिए ये तय हुआ कि सपा के सिंबल पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को उतार दिया जाए. इससे एकजुटता भी दिखेगी और वोटों का किसी भी तरह का बंटवारा होने से भी रुकेगा.
बात सीट की नहीं जीत की’
कल ही रात होते-होते अखिलेश यादव ने इस मैसेज को अपनी पोस्ट के माध्यम से स्पष्ट भी कर दिया. उन्होंने कहा कि ‘बात सीट की नहीं जीत की है’ और इस रणनीति के तहत ‘इंडिया’ गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी सभी नौ सीट पर समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ के निशान पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा, “कांग्रेस और समाजवादी पार्टी एक बड़ी जीत के लिए एकजुट होकर, कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़ी है. ‘इंडिया’ गठबंधन इस उपचुनाव में, जीत का एक नया अध्याय लिखने जा रहा है.”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं के साथ आने से समाजवादी पार्टी की शक्ति कई गुना बढ़ गई है. यादव ने कहा कि इस अभूतपूर्व सहयोग और समर्थन से सभी नौ विधानसभा सीट पर ‘इंडिया’ गठबंधन का एक-एक कार्यकर्ता जीत का संकल्प लेकर नई ऊर्जा से भर गया है.
सपा प्रमुख ने कहा, “देश का संविधान, सौहार्द और पीडीए (पिछड़े दलित अल्पसंख्यक) का मान-सम्मान बचाने का चुनाव है. इसीलिए हमारी सबसे अपील है : एक भी वोट न घटने पाए, एक भी वोट न बंटने पाए.” सपा नेता ने कहा कि देशहित में ‘इंडिया’ गठबंधन की सद्भाव भरी ये एकता और एकजुटता आज भी नया इतिहास लिखेगी और कल भी. आज सुबह भी उन्होंने राहुल गांधी के साथ दोस्ती का दम भरते हुए तस्वीर शेयर करते हुए कहा- 'हमने ये ठाना है ‘संविधान, आरक्षण, सौहार्द’ बचाना है...'
राज्य की नौ सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने हैं, जबकि मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं- उनमें कटेहरी (आंबेडकर नगर), करहल (मैनपुरी), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, मझवां (मिर्जापुर), सीसामऊ (कानपुर शहर), खैर (अलीगढ़), फूलपुर (प्रयागराज) और कुंदरकी (मुरादाबाद) शामिल हैं.
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