MP Online में करोड़ों का फर्जीवाड़ा! उच्च शिक्षा विभाग को कम मिले इतने पैसे, हो रही जांच
एमपी ऑनलाइन लिमिटेड में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. इससे सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है.
एमपी ऑनलाइन में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाई गई हैं. उच्च शिक्षा विभाग को एमपी ऑनलाइन के जरिए करीब 20 करोड़ रुपए नहीं मिले हैं. छात्रों से ली गई रजिस्ट्रेशन और पोर्टल फीस में एमपी ऑनलाइन द्वारा विभाग को करीब 20 करोड़ रुपए कम दिए गए हैं. उच्च शिक्षा विभाग पूरे मामले की जांच करवा रहा है.
सरकार को हुआ करोड़ों का नुकसान
बता दें कि पिछले चार से पांच सालों में करीब 20 करोड़ का अंतर है. उच्च शिक्षा विभाग पूरे मामले की जांच करवा रहा है. दरअसल, उच्च शिक्षा विभाग एमपी ऑनलाइन की मदद से प्रदेश भर के कॉलेजों में ऑनलाइन एडमिशन करवाता है. लेकिन एडमिशन के दौरान रजिस्ट्रेशन फीस और पोर्टल फीस का जो हिस्सा उच्च शिक्षा विभाग को तय समय में दिया जाना चाहिए, उसमें कई तरह की अनियमितताएं पाई गई हैं, जिससे सरकार को करोड़ों का नुकसान हुआ है.
RGPV को लेकर शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान
इसके अलावा आरजीपीवी में हुए घोटाले को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि आरजीपीवी की जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है. प्रदेश के अन्य कॉलेजों में भी वित्तीय अनियमितताओं की जांच होगी. जहां भी कोई अनियमितता होगी, हम कार्रवाई करेंगे और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
MP में B.Ed-D.Ed कॉलेजों पर शिकंजा
मध्य प्रदेश में कॉलेजों से जुड़े फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आ चुके हैं. बता दें कि मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाले की खबरों के बीच बीएड-डीएड कॉलेजों में भी फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. दरअसल ग्वालियर में फर्जी दस्तावेजों पर चल रहे 6 बीएड और डीएड कॉलेजों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एसटीएफ टीम ने जांच के बाद केस दर्ज किया है . साल 2020 में दीपक कुमार शाक्य नाम के शख्स ने फर्जी दस्तावेजों पर कॉलेज चलाए जाने की शिकायत की थी.
साभार