MP में कांग्रेस की बड़ी बैठक, जीतू पटवारी बनाएंगे एक्शन प्लान, ये बड़े नेता नहीं पहुंचे
मध्य प्रदेश में उपचुनाव पूरे होने के बाद अब कांग्रेस आगे के प्लान पर काम करती दिख रही है. जीतू पटवारी के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई है.
मध्य प्रदेश में जीतू पटवारी की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस समिति की बड़ी बैठक हुई है. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई इस बैठक में सरकार को घेरने समेत कई बड़े मुद्दों पर चर्चा हुई है. जबकि हाल ही में जीतू पटवारी की नई टीम भी बनी है, ऐसे में कांग्रेस अब अपने नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारियां भी सौंप सकती है. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह भी इस बैठक में शामिल हुए हैं. खास बात यह है कि भोपाल में हुई कांग्रेस की इस बड़ी बैठक में पहले दिन पार्टी के कुछ बड़े नेता शामिल नहीं हुए हैं. जिसकी चर्चा भी सियासी गलियारों में चल रही है.
24 दिन पहले बनी थी जीतू पटवारी की टीम
दरअसल, प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद जीतू पटवारी की टीम लंबे इंतजार के बाद बनी है. 24 दिन पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस की 177 सदस्यीय कार्यकारिणी घोषणा हुई थी, जिसमें कई सीनियर नेताओं को भी अहम जिम्मेदारियां मिली हैं. ऐसे में आज की बैठक अहम मानी गई है, क्योंकि इसमें आने वाले समय में मोहन सरकार को घेरने और किसानों समेत दूसरे मुद्दों पर काम करने पर चर्चा हुई है. जीतू पटवारी ने नेताओं को अपने-अपने क्षेत्र के मुद्दों को उठाने की बात भी कही है.
कांग्रेस के ये नेता नहीं पहुंचे बैठक में
खास बात ये है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस की इस बैठक में एक बार फिर कई बड़े नेता शामिल नहीं हुए हैं. दरअसल, पॉलिटिकल अफेयर कमेटी के आधे सदस्य बैठक में नहीं पहुंचे, 25 सदस्यों में से 12 सदस्य बैठक में नहीं पहुंचे थे, जिनमें पूर्व सीएम कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, अजय सिंह, गोविंद सिंह, अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल, फूल सिंह बरैया, नीटू सिंह सिकरवार, प्रवीण पाठक, बाला बच्चन और शोभा ओझा शामिल नहीं हुए हैं. हालांकि जब इसको लेकर प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था कि कुछ नेता वर्चुअल जुड़ेंगे.
वहीं बैठक से पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा 'पॉलीटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक है, जमीनी स्तर, ब्लॉक पर काम कैसे करना है हस पर चर्चा होगी. राजजनीतिक विषयों पर भी मंथन होगा. क्योंकि प्रदेश में बीजेपी की सरकार ने जो वादे किए वह पूरे नहीं हुए है. परमानेंट इनवाईटी की मीटिंग भी है और प्रदेश कार्यकारिणी की पहली बैठक होगी, पदाधिकारीयों को जिम्मेदारियां दी जाएगी.'
जमीन पर सरकार को घेरने की तैयारी
दरअसल, कांग्रेस अब जीतू पटवारी की अगुवाई में बीजेपी को घेरने की तैयारी में जुटने की बात कहती नजर आ रही है. विजयपुर और बुधनी उपचुनाव के नतीजों पर भी सबकी नजरें होंगी. लेकिन प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में बड़े नेताओं के नहीं पहुंचने की चर्चा भी सियासी गलियारों में हो रही है.
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