MP: सीएम मोहन यादव ने 82 खिलाड़ियों को दिया सम्मान, हर विधानसभा में स्टेडियम बनाने की घोषणा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य के हर विधानसभा में स्टेडियम बनाने की घोषणा की. नेशनल गेम्स विजेता खिलाड़ियों को 5.46 करोड़ रुपये की सम्मान राशि दी.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के रवींद्र भवन में 5 अगस्त को खेल और खिलाड़ियों के सम्मान का भव्य आयोजन हुआ. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश शिखर खेल अलंकरण एवं 38वें नेशनल गेम्स 2025 के पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए कहा कि असली खिलाड़ी वही है जो जीवन में ऊंचे मापदंड तय करता है, सिर्फ खेल के मैदान में ही नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता हासिल करता है.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी कहानियों का उदाहरण देते हुए खेल भावना की महत्ता को बताया. उन्होंने कहा, 'भगवान राम ने अपने जीवन में चुनौतियों को स्वीकारा, पराक्रम दिखाया, और अंत में विजय प्राप्त की. ये सब एक आदर्श खिलाड़ी की भावना है.'
82 पदक विजेताओं को मिली 5 करोड़ 46 लाख की राशि
38वें नेशनल गेम्स 2025 में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 82 पदक (34 स्वर्ण, 25 रजत और 23 कांस्य) अपने नाम किए. इन विजेताओं को कुल 5 करोड़ 46 लाख रुपये की सम्मान निधि दी गई. मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से सभी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया और समूह फोटो भी खिंचवाया.
11 खिलाड़ियों को एकलव्य पुरस्कार
राज्य सरकार ने इस समारोह में 11 होनहार खिलाड़ियों को एकलव्य पुरस्कार से सम्मानित किया. हर खिलाड़ी को 1-1 लाख रुपये की राशि दी गई. सम्मान पाने वाले खिलाड़ियों में रितुराज बुंदेला (शूटिंग), भूमि बघेल (कायकिंग-कैनोइंग), कृष्णा मिश्रा (स्क्वैश), पूजा दांगी (फेंसिंग), प्रभाकर सिंह राजावत (रोइंग), नेहा ठाकुर (सेलिंग), प्रखर जोशी (तैराकी), अर्जुन वास्कले (एथलेटिक्स), प्रियांशी प्रजापत (कुश्ती), अंकित पाल (हॉकी), गौरव पचौरी (पावरलिफ्टिंग) शामिल रहें.
12 खिलाड़ियों को मिला विक्रम पुरस्कार
विक्रम पुरस्कार के तहत 2-2 लाख रुपये की राशि के चेक प्रदान किए गए. ये पुरस्कार उन खिलाड़ियों को दिए गए जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन किया है.
सम्मानित खिलाड़ियों में ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (शूटिंग), जान्हवी श्रीवास्तव (कायकिंग-कैनोइंग), रागिनी मार्को (तीरंदाजी), शिवानी पवार (कुश्ती), श्रुति यादव (बॉक्सिंग), यामिनी मौर्य (जूडो), सचिन भार्गो (खो-खो), नीलू डाडिया (हॉकी), प्रवीण कुमार दवे (सॉफ्टबॉल), रूबिना फ्रांसिस (शूटिंग - दिव्यांग श्रेणी), अपूर्व दुबे (पावरलिफ्टिंग), भावना डेहरिया (एडवेंचर स्पोर्ट्स) शामिल हैं.
कोचों को मिला विश्वामित्र और लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
कोचों की मेहनत और योगदान को भी इस अवसर पर सराहा गया. पीजूष कांती बारोई (कायकिंग-कैनोइंग), अशोक कुमार यादव (तीरंदाजी), लोकेन्द्र शर्मा (हॉकी) इन तीनों को विश्वामित्र पुरस्कार से नवाजा गया और 2-2 लाख रुपये की राशि प्रदान की गई. लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार जिम्नास्टिक कोच रतनलाल वर्मा (उज्जैन) को मिला. उन्हें भी 2 लाख रुपये की राशि दी गई.
हर विधानसभा में बनेगा खेल स्टेडियम: मंत्री विश्वास सारंग
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश अब राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पहचान बना रहा है. पहले जो प्रदेश 21वें नंबर पर था, वह अब तीसरे स्थान पर पहुंच गया है.
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल पर हर विधानसभा क्षेत्र में एक खेल स्टेडियम बनाने की योजना है, जिससे ग्रामीण स्तर पर भी खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.
उन्होंने कहा, 'खिलाड़ी समाज को अनुशासन, मेहनत और लक्ष्य की प्रेरणा देता है. हम चाहते हैं कि अगले नेशनल गेम्स में मध्य प्रदेश पहले नंबर पर हो.'
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में खिलाड़ियों को सिर्फ पदक विजेता ही नहीं, बल्कि समाज का मार्गदर्शक बताया. उन्होंने कहा, 'खेल हमें शारीरिक रूप से मजबूत ही नहीं बनाता, यह मानसिक और भावनात्मक रूप से भी सशक्त करता है.' उन्होंने भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण के प्रसंगों के जरिए बताया कि कैसे खेल भावना से कठिन से कठिन परिस्थिति को भी मात दी जा सकती है.
ओलंपिक संघ के प्रतिनिधियों की मौजूदगी
इस कार्यक्रम में ओलंपिक संघ के अध्यक्ष रमेश मेंदोला, सचिव दिग्विजय सिंह, प्रमुख सचिव मनीष सिंह, उप सचिव अजय श्रीवास्तव, खेल संचालक राकेश गुप्ता, और संयुक्त संचालक बी.एल. यादव सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, कोच, खिलाड़ी और खेलप्रेमी शामिल हुए.
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