पाकिस्तान की करारी हार के बाद निशाने पर बाबर आजम, इस फैसले पर हर कोई हैरान
पाकिस्तान को एशिया कप-2023 के सुपर-4 राउंड के मुकाबले में भारतीय टीम ने 228 रनों के बड़े अंतर से हराया. इस मुकाबले में पाकिस्तानी टीम पूरी तरह पस्त दिखा. पहले गेंदबाजी और फिर बल्लेबाजी ने बेहद निराश किया. अब कप्तान बाबर आजम के एक फैसले की कड़ी आलोचना हो रही है.
सुपर-4 राउंड के मुकाबले में भारतीय टीम ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 228 रनों से हराया. कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए इस मैच में पाकिस्तानी टीम पूरी तरह पस्त नजर आई. पहले गेंदबाजों ने निराश किया और फिर बल्लेबाजों ने लुटिया डुबो दी. अब पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम के एक फैसले की कड़ी आलोचना हो रही है.
कोलंबो में पाकिस्तान की धुनाई
भारत ने एशिया कप-2023 के सुपर-4 राउंड के मैच में रिजर्व डे वाले दिन पाकिस्तान को 228 रनों से मात दी. भारत ने विराट कोहली (नाबाद 122) और केएल राहुल (नाबाद 111) के शतकों के दम पर 2 विकेट खोकर 356 रनों का विशाल स्कोर बनाया. इसके बाद पाकिस्तानी टीम 32 ओवर में महज 128 रन बना पाई. विराट ने 94 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में 9 चौके और 3 छक्के जड़े. वहीं, राहुल 106 गेंदों पर 12 चौके और 2 छक्के लगाकर नाबाद लौटे. कप्तान रोहित ने 56 और शुभमन गिल ने 58 रन बनाए. विराट को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. कुलदीप ने 5 विकेट लिए.
अख्तर ने लगाई क्लास
हार के बाद पाकिस्तान के दिग्गज पेसर शोएब अख्तर ने टीम और कप्तान बाबर आजम की क्लास लगाई. अख्तर ने जी न्यूज से खास बातचीत में कहा, 'वर्ल्ड कप से पहले ये बहुत ही अच्छा मौका है. पाकिस्तान को अपना बॉलिंग डिपार्टमेंट देखना होगा. आपके पास वर्ल्ड कप से पहले बहुत कम समय बचा है. मेरे हिसाब से कप्तानी बहुत अहमियत रखती है. कप्तान को टीम का आगे बढ़कर नेतृत्व करना होता है. ईमानदारी से कहूं तो मैं निराश हूं बाबर की कप्तानी बिलकुल अच्छी नहीं लगी. उन्होंने जिस तरह बॉलिंग में बदलाव किए. उनके फैसले लेने की क्षमता देखकर मैं बहुत हैरान हूं. सबसे बड़ी बात कि जब हम टॉस जीते तो उन्होंने गेंदबाजी चुनी. ये मुझे ठीक नहीं लगा.'
आकाश चोपड़ा ने कही ये बात
इस बीच आकाश चोपड़ा ने कहा, 'कप्तानी को लेकर फैसले हमेशा केवल आपके नहीं होते हैं. इसके पीछे टीम मैनेजमेंट, सपोर्ट स्टाफ भी होता है. बाबर युवा कप्तान हैं. कप्तान के सिर पर ठीकरा फोड़ा जाएगा. कप्तान कभी खुशनसीब होता है, कभी नहीं होता है. ये सिर्फ अकेले बाबर की गलती नहीं हो सकती है. टीम मैनेजमेंट का रोल होता है. सबकी सुननी होती है लेकिन टॉस जीतकर पिच देखने के बाद कोई फैसला पूरी टीम का होता है. हार-जीत का सेहरा कहीं तो बंधता ही है.'