भारत के सबसे 'लोकतांत्रिक' प्रधानमंत्री, अपने धुर विरोधी को भी दे दिया था पीएम बनने का आशीर्वाद!
जवाहर लाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी के बीच कई मुद्दों को लेकर मतभेद थे. लेकिन वाजपेयी नेहरू का सम्मान किया करते थे. नेहरू ने अटल को पीएम बनने का आशीर्वाद भी दे दिया था.
आज जवाहर लाल नेहरू की 133वीं जयंती
नाई के लिए विलायत से लेकर आए थे घड़ी
जवाहर लाल नेहरू के प्रधानमंत्री रहते हुए एक ब्रिटिश डेलिगेशन भारत आया था. इस दौरान नेहरू ने डेलिगेशन की एक युवा सांसद से मुलाकात करवाई. नेहरू ने कहा, 'इनसे मिलिए, यह युवा एक दिन देश का प्रधानमंत्री बनेगा'. इस युवा सांसद का नाम अटल बिहारी वाजपेयी था, जो संसद में नेहरू के खिलाफ जमकर बोलते थे. उनकी सरकार की नीतियों की आलोचना करते थे. वाजपेयी भी नेहरू की ऐसी उदारता देखकर अवाक रह गए थे. आज जवाहर लाल नेहरू की 133वीं जयंती है.
नाई के लिए लेकर आए घड़ी
राष्ट्रपति भवन में एक नाई नेहरू के बाल काटने आया करता था. एक बार नेहरू ने उससे यूं ही कह दिया कि हम विलायत जा रहे हैं, बताओ तुम्हारे लिए क्या लेकर आएं. इस पर नाई झेंपते हुए कहा, 'हुजूर, कभी-कभी आने में देर हो जाती है. अगर घड़ी ले आएं तो अच्छा होगा.' नेहरू विदेश यात्रा कर लौटे तो नाई उनके बाल काटने आया. इस पर नेहरू ने कहा तुम पूछोगे नहीं कि मैं तुम्हारे लिए घड़ी लेकर आया हूं या नहीं? जाओ सेशन (निजी सहायक) से घड़ी ले लो.'
विपक्षी भी थे कायल
जवाहर लाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी के बीच कई मुद्दों को लेकर मतभेद थे. लेकिन वाजपेयी नेहरू का सम्मान किया करते थे. वाजपेयी ने एक बार संसद में बताया कि साउथ ब्लॉक में नेहरू जी की फोटो लगी रहती थी. लेकिन 1977 में जब मैं विदेश मंत्री बना, तो अधिकारियों को लगा कि निजाम बदल गया है. एक रोज मैंने गौर किया कि साउथ ब्लॉक से नेहरू जी की तस्वीर गायब है. मैंने अधिकारियों को बुलाकर पूछा कि नेहरू जी की तस्वीर कहां गई? उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन अगले दिन तस्वीर फिर लग गई.