मध्य प्रदेश में कर्मचारियों की छुट्टियां कैंसिल, CM ने इमरजेंसी में लिया सख्त फैसला
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को बाढ़ की स्थिति से निपटने लिए आपात बैठक बुलाई. बैठक में सीएम ने स्थिति सामान्य हो जाने तक अधिकारियों कर्मचारियों को छुट्टी पर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं.
मध्य प्रदेश में भारी बारिश के चलते बने बाढ़ के हालातों के चलते मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गुरुवार को आपात बैठक बुलाई. बाढ़ को देखते हुए एमपी के अधिकारियों के छुट्टियां कैंसिल कर दी गई हैं. मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि जहां पर भी बढ़ के पानी में लोग फंसे हैं उन्हें हेलीकॉप्टर की सहायता से एयरलिफ्ट करने की तत्काल व्यवस्था की जाए. मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अति वर्षा और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए स्थिति सामान्य हो जाने तक अधिकारियों कर्मचारियों को छुट्टी पर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं.
सीएम ने बैठक में अधिकारियों को आदेश दिया कि पुराने जीर्ण क्षीर्ण भवनों को चिन्हित कर सुरक्षात्मक व्यवस्था की जाए और आवश्यकता होने पर निवासियों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए. अति वर्षा के प्रभाव से हुई जनहानि और पशु हानि की स्थिति में राहत उपलब्ध कराई जाएगी. मुख्यमंत्री डॉ यादव ने सभी कलेक्टरों से जनहानि की स्थिति में चार-चार लाख रुपए की सहायता उपलब्ध कराने की घोषणा कर कलेक्टरों को तत्काल राशि परिजन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
बचाव कार्य में तेजी लाने को कहा
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि वर्षा का चक्र बदलने के कारण सितंबर माह में जितनी वर्षा होनी चाहिए उससे अधिक हो रही है. अति वर्षा के बावजूद भी जनजीवन सामान्य रहे समय रहते आवश्यक सावधानियां बरतते हुए बचाव के कार्य किए जाएं. निचली बस्तियों में रहने वालों को समय रहते सतर्क किया जाए और आवश्यकता अनुसार उन्हें राहत कैंपों में शिफ्ट किया जाए. जिन रपटों और पुलों पर पानी है वहां तत्काल आवश्यक सावधानी व सतर्कता बढ़ाई जाए.
ग्वालियर-चंबल में बारिश का कहर
बीते 2 दिन से ग्वालियर-चंबल रीजन में लगातार बारिश हो रही है. लगातार तेज बारिश की जवह से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं. डैल फुल हो गए हैं. शहरों के निचले इलाके और कई गांव डूब गए हैं. सिंध और वेसली नदी खतरे के निशान से ऊपर रपटों के ऊपर बह रही है. चल में सबसे ज्यादा हालात खराब भिंड जिले के हैं जिसमें मेहगांव नगर मैं सबसे ज्यादा हालात खराब है. मेंहगाव के वार्ड क्रमांक 4,5,6,7,8 पूरे तरीके से जलमग्न हो चुके हैं. ग्वालियर के डबरा और भितरवार के भी कई गांव पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं
साभार.