महू के मोती महल इलाके में कैसे भड़की हिंसा? FIR करने वाले शख्स ने बताई पूरी कहानी

जामा मस्जिद इलाके,पत्ती बाजार इलाके में हुई हिंसा की कहानी इंडिया टीवी ने कल बताई थी, आज जानेंगे कि तकिया इलाके के मोती महल में हिंसा कैसे भड़की?

Mar 11, 2025 - 10:52
 0  11
महू के मोती महल इलाके में कैसे भड़की हिंसा? FIR करने वाले शख्स ने बताई पूरी कहानी

भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने पर मध्य प्रदेश के महू में दो पक्षों के बीच हिंसा फैल गई। इस मामले में प्रशासन सख्त हो गया है और हिंसा करने वालों पर एफआईआर दर्ज की गई है। मामले में FIR करने वाले शख्स ने बताया कि हिंसा बगल के अकबर का तकिया मोहल्ले वालों ने पहले शुरू की। वहीं, तकिया मोहल्ले की मुस्लिम महिलाओं का आरोप पहले पत्थर बाजी हिंदुओं ने शुरू की उसके बाद उन्होंने पत्थर फेंके।

FIR करने वाले शख्स ने बताई पूरी कहानी

FIR करने वाले गजराज कौशल ने कहा सवाल उठाते हुए कहा कि किन्होंने कहा कि हमने पहले से प्लान बनाकर रखा था कि तुम सालों चिल्ला-चिल्ला कर जश्न मनाओगे तो आज हम तुम्हारा इलाज कर देंगे? कौन बोला था कि तुम लोग आज तो बच गए और हमारे सामने चिल्ला चोट कर जुलूस निकालने की कोशिश की तो जान से खत्म कर देंगे? गजराज ने इंडिया टीवी को दिखाया कैसे क्विंटल भर पत्थर जो बगल की तकिया मोहल्ले वालों ने उस दिन इस्तेमाल किया था। इस घटना को लेकर गजराज ने 17 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट किया। गजराज कौशल सोलंकी ने रविवार रात की कहानी बताते हुए कहा कि जामा मस्जिद से एक किलोमीटर दूर है पत्ती बाजार और पत्ती बाजार के 500 मीटर पीछे है मोती महल इलाका जहां पर उस रात हिंसा हुई।

10 गाड़ियां जलाई गईं

आगे गजराज ने बताया कि वह लोग मैच देख रहे थे, फिर बाहर निकले। इस पर सामने के तकिया मोहल्ले के लोगों ने चिल्लाकर कहा तुम लोगों ने अगर जश्न मनाया तो मारेंगे। गजराज ने तमाम फूटी हुई गाड़ियां दिखाई, जिसमें दो ट्रकों के कांच और दो जीप वैन के कांच तोड़ दिए गए है, तकरीबन 10 गाड़ियों में यहां आग लगाई थी जिन्हें कल नगर निगम ले गया। गजराज और अन्य लोगों ने आरोप लगाया कि मुसलमानों ने हिंसा की रात पत्थरों के साथ-साथ मिर्ची भी फेंकी। मोती महल और अकबर का तकिया मोहल्ले की गली में क्विंटल भर छोटे पत्थरों का झुंड रखा मिला।

मुस्लिम पक्ष ने दी सफाई

वहीं, अकबर का तकिया मोहल्ला वालों से बातचीत की गई तो मुस्लिम महिलाओं ने घटना को लेकर कहा जब हम पर पत्थर फेंके गए तो हम क्या करते, हमने इन्हीं पत्थरों को फेंक कर अपनी जान बचाई। महिलाओं ने अपना पक्ष रखा, बताया सभी हिंदू हमारे भाई है यह देश भी हमारा है हम सब अच्छे भाईचारे से रहते हैं। लेकिन उन लोगों ने पहले पथराव किया हमारी गाड़ी जलाई जिसके बाद पथराव हुआ। जिन लोगों के नाम उन्होंने रिपोर्ट में दर्ज कराए हैं वह सब लोग यहां पर थे भी नहीं, हम तो हिंदुओं से ही लोन लेते हैं हमारे समोसे की दुकान पर हिंदू ही खाने आते हैं, मिर्ची और चटनी फेंकने का आरोप गलत वह तो हम लोग बना कर रखते हैं,मिर्ची और चटनी वाली बाल्टी भी दिखाई।

मुस्लिम महिलाओं ने बताया कहां से पत्थर फेंके गए दिखाई भी कि देखिए पत्थर यहां से आए, उसके बाद हमने अपनी जान बचाने के लिए पथराव किया। जामा मस्जिद इलाके में घायल प्रीतेश सोलंकी ने बताया कि जिन लोगों के नाम हमने FIR में है उन सभी की जांच कराई जाए तो सभी सिमी और PFI के निकलेंगे।

साभार