सीएम मोहन यादव ने बांटे ₹3000 करोड़ से ज्यादा के आवंटन पत्र, रीवा और शहडोल संभाग को पर्यटन हब बनाने की तैयारी

रीवा और शहडोल संभाग में सबसे ज्यादा ₹700 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव फ्लाईओला के मैनेजिंग डायरेक्टर राम ओला ने दिया। सीएम मोहन यादव ने सभी निवेशकों को आवंटन पत्र वितरित किए।

Jul 27, 2025 - 13:09
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सीएम मोहन यादव ने बांटे ₹3000 करोड़ से ज्यादा के आवंटन पत्र, रीवा और शहडोल संभाग को पर्यटन हब बनाने की तैयारी

मध्य प्रदेश सरकार ने रीवा और शहडोल संभाग को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने की तैयारी कर ली है। रीवा रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में दोनों संभागों में 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव भी मिल चुके हैं। सीएम मोहन यादव ने शनिवार को सभी निवेशकों को आवंटन पत्र वितरित किए। इससे रीवा और शहडोल संभाग में पर्यटन को नई उड़ान मिलेगी। दोनों संभागों के लिए आर्थिक समृद्धि और रोजगार के नए द्वार खुलेंगे।

पर्यटन क्षेत्र में प्रमुख निवेशकों ने रीवा और शहडोल संभाग में ₹2710 करोड़ से अधिक के निवेश की इच्छा जताई। इन क्षेत्रों में पर्यटन के विकास की अपार संभावनाओं हैं। कॉन्क्लेव में निवेशकों रीवा और शहडोल में निवेश को लेकर उत्साहित नजर आए।

कौन कितना निवेश करेगा?

फ्लाईओला के मैनेजिंग डायरेक्टर राम ओला ने ₹700 करोड़ के सबसे बड़े निवेश की मंशा जताई, जो इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पर्यटन परियोजनाओं की शुरुआत का संकेत है। आरसीआरसीपीएल और विंध्य प्राइड के दिव्यांश सिंह बघेल ने 500 करोड़ के निवेश की इच्छा जताई। इसी क्रम में अमित दिग्विजय सिंह ने ₹500 करोड़ और संदड़िया बिल्डर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत संदड़िया ने ₹300 करोड़ के निवेश का इरादा व्यक्त किया।

जंगल कैंप इंडिया के गजेंद्र सिंह राठौर ने ₹150 करोड़, गौरव प्रताप सिंह और पुष्पराज सिंह ने ₹100-100 करोड़, राजस्थान फोर्ट एंड पैलेस के मैनेजिंग डायरेक्टर मानवेंद्र सिंह शेखावत ने हेरिटेज प्रॉपर्टी को विकसित करने के लिए 100 करोड़ रूपये, इको पार्क के अनुज और विजय तिवारी ने ₹80 करोड़, तथास्तु रिसॉर्ट के अनिल अग्रवाल ने ₹150 करोड़, सिद्धार्थ सिंह तोमर ने ₹15 करोड़, सि‌द्धिविनायक कंस्ट्रक्शन के वैभव सिंह कौरव ने ₹10 करोड़ और कैलाश फुलवानी ने ₹5 करोड़ के अलावा अन्य निवेशकों ने निवेश की इच्छा जताई है।

पर्यटन का केंद्र बनेंगे रीवा-शहडोल

यह निवेश रीवा और शहडोल संभाग की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सरकार निवेशकों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी, ताकि इन परियोजनाओं को सफलतापूर्वक साकार किया जा सके। इस महत्वपूर्ण पहल से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और हजारों लोगों के लिए प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिससे यह क्षेत्र पर्यटन के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरेगा।

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