17 साल पुराने केस में अक्षयकांति बम को HC से जमानत, कांग्रेस छोड़ थामा था BJP का दामन
लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए अक्षयकांति बम को हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है, उन्हें 17 साल पुराने मामले में अग्रिम जमानत मिल गई है.
इंदौर लोकसभा सीट पर वोटिंग से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए अक्षयकांति बम 17 साल पुराने एक मामले में हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. उन्हें हाईकोर्ट की इंदौर बैंच ने इस मामले में अग्रिम जमानत दे दी है. उनके वकील की तरफ से बताया गया कि इस मामले की सुनवाई 24 मई को हुई थी, जबकि अगली सुनवाई 29 मई को हुई थी, जिसमें उन्हें जमानत मिल गई है.
17 साल पुराना था मामला
बता दें कि 17 साल पुराना एक जमीन विवाद का मामला था, जिसमें अक्षयकांति बम का नाम था. इस मामले में फरियादी यूनिस पठान ने अक्षय और उनके पिता कांति बम के ऊपर धारा 307 के तहत शिकायत दर्ज की थी. जहां कोर्ट में पेश न होने पर न्यायालय ने अक्षय कांति बम पर गिरफ्तारी वारंटी जारी किया था. लेकिन अब उनको 17 साल पुराने मामले में हाईकोर्ट द्वारा अंतरिम जमानत दे दी है.
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में हुए थे शामिल
अक्षयकांति बम कांग्रेस में थे और उन्हें पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए इंदौर से प्रत्याशी भी बनाया था. लेकिन इंदौर सीट पर नाम वापसी के आखिरी दिन उन्होंने अपना पर्चा वापस लेकर बीजेपी का दामन थाम लिया था. अक्षय का यह मामला चुनाव के दौरान ही सामने आया था, जिसमें उन पर धारा बढ़ाई गई थी. अक्षय पर 307 का मामला दर्ज कर लिया गया था. जिसके बाद ही फरियादी की गुहार पर उनके खिलाफ वारंट जारी किया गया था. हालांकि वह पेश नहीं हुए थे.
कांग्रेस चुनाव से हो गई थी बाहर
बता दें कि इंदौर लोकसभा सीट पर नाम वापसी के दिन तेजी से पूरा घटनाक्रम घटा था. अक्षयकांति बम के अचानक नामांकन वापस लेने की वजह से कांग्रेस एक दम से चुनाव से बाहर हो गई थी. जबकि इंदौर सीट पर बीजेपी के सामने कोई मजबूत प्रत्याशी भी नहीं बचा था. अक्षय कांति बम पहले सीनियर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ दिखे थे, इसके बाद उन्होंने बीजेपी के सीनियर विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय जाकर अपना नामांकन वापस ले लिया था. इसके बाद उन्होंने बीजेपी कार्यालय जाकर भाजपा का दामन थाम लिया था. यह घटनाक्रम पूरे देश में चर्चा में रहा था.
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