इजरायल की मार से निकला हमास का दम, अब बोला- ये मुल्क रुकवा सकता है जंग
फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने कहा है कि रूस इजरायल के साथ जंग को खत्म करने में अहम भूमिका निभा सकता है. मीडिया रिपोर्ट मुताबिक, समूह के बाहरी संबंधों के प्रमुख अली बराक ने यह बयान दिया है.
इजरायल-हमास के बीच जंग और तेज होती जा रही है. इजरायल गाजा के साथ-साथ लेबनान पर भी अटैक कर रहा है तो लेबनान की तरफ से भी रॉकेट छोड़े गए हैं. इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा कि लेबनान से इजरायल की सीमा में 9 रॉकेट छोड़ गए हैं. साथ ही लेबनान बॉर्डर पर आईडीएफ फोर्सेस पर गोलीबारी भी हुई है. लेबनान की ओर से छोड़े गए रॉकेट्स में से 5 को इंटरसेप्ट कर लिया गया है जबकि फिलहाल इजरायल की वायुसेना लेबनान की लॉन्च साइट पर अटैक कर रही है.
रूस कर सकता है मध्यस्थता
इस बीच फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने कहा है कि रूस इजरायल के साथ जंग को खत्म करने में अहम भूमिका निभा सकता है. मीडिया रिपोर्ट मुताबिक, समूह के बाहरी संबंधों के प्रमुख अली बराक ने यह बयान दिया है.
रूसी न्यूज एजेंसी तास ने बराक के हवाले से कहा कि हमास को रूस और उसके राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर काफी भरोसा है, इसलिए हम संघर्ष को सुलझाने में रूसी मध्यस्थता का स्वागत करेंगे. अल अरबिया की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, हम इजरायल की बमबारी और गाजा पट्टी की क्रूर नाकाबंदी के कारण होने वाली नागरिकों की पीड़ा को जल्द से जल्द खत्म करना चाहते हैं.
हमास के अधिकारी ने कहा कि समूह का नेतृत्व मॉस्को के साथ लगातार संपर्क में है. हम अरब देशों में से किसी एक में रूसी राजनयिकों के साथ संभावित बैठक के लिए तैयार हैं और हम उनके प्रयासों का स्वागत करते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, बराक का कहना है कि उग्रवादी समूह ने पुतिन के रुख की बहुत सराहना की है. हम रूसी नेता के बयानों को फॉलो करते हैं, जिसमें वह क्षेत्रीय विकास का आकलन करते हैं.
बराक ने कहा, 'फिलिस्तीनियों के लिए, उनकी रक्षा में रूस की आवाज और आक्रामकता रोकने, गाजा पट्टी पर नाकाबंदी हटाने और मानवीय सहायता वितरण फिर से शुरू करने की मॉस्को की मांगें अहम हैं." पुतिन ने शुक्रवार को कहा था कि रूस फिलिस्तीनी-इजरायल समझौते में मदद कर सकता है क्योंकि उसके संघर्ष के दोनों पक्षों के साथ संबंध हैं.
हजारों लोगों की हो सकती है मौत
इस बीच इजराइल की संभावित जमीनी कार्रवाई से पहले गाजा में डॉक्टरों ने रविवार को चेताया कि अगर घायल लोगों से भरे अस्पतालों में ईंधन और बुनियादी सप्लाई खत्म हो गई तो हजारों लोगों की मौत हो सकती. इजराइल के हमले से पहले नागरिकों को भोजन, पानी और सुरक्षित स्थान की तलाश में संघर्ष करना पड़ रहा है. पिछले सप्ताह हमास के घातक हमले के बाद इजराइल ने पूरे गाजा क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है और उत्तरी इलाकों को खाली कर फलस्तीनियों को दक्षिण की ओर जाने का आदेश दिया है.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गाजा के अस्पतालों में दो दिन के भीतर जनरेटर का ईंधन खत्म होने की आशंका है, इससे हजारों मरीजों का जीवन खतरे में पड़ जाएगा. अल-शिफा के बाद गाजा के दूसरे सबसे बड़े शहर खान यूनिस में नासिर अस्पताल में गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) घायल मरीजों से भरे हुए हैं, जिनमें से ज्यादातर तीन साल से कम उम्र के बच्चे हैं. क्रिटिकल केयर कॉम्प्लेक्स के सलाहकार डॉ. मोहम्मद कंदील ने कहा कि विस्फोट से गंभीर रूप से घायल सैकड़ों लोग अस्पताल आए हैं, जहां सोमवार तक ईंधन खत्म होने की आशंका है.
उन्होंने कहा कि आईसीयू में 35 मरीज वेंटिलेटर पर हैं और अन्य 60 डायलिसिस पर हैं. अगर ईंधन खत्म हो जाता है, तो इसका मतलब है कि पूरी स्वास्थ्य प्रणाली ठप हो जाएगी, सेवाएं बंद हो जाएंगी. आईसीयू में सात नवजात शिशु वेंटिलेटर पर हैं.