मध्य प्रदेश पर मंच में 'कमल' चलेगा या 'नाथ'! क्या कमलनाथ तोड़ पाएंगे बीजेपी का चक्रव्यूह
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को असेंबली इलेक्शन होने जा रहे हैं. इन चुनावों में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने पूरी जान झोंक रखी है.
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने जा रहे असेंबली चुनाव में कांग्रेस को बहुत उम्मीदें हैं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सीएम पद के दावेदार माने जा रहे कमलनाथ इस बार अपनी पार्टी की जीत को लेकर निश्चित हैं. Zee मंच LIVE के कार्यक्रम में बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि MP को शिवराज पर भरोसा नहीं है. प्रदेश में उन्होंने केवल झूठी घोषणाएं की हैं, जिसका जनता को कोई फायदा नहीं हुआ है.
'देश की सबसे भ्रष्ट सरकार'
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि एमपी सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है. शिवराज सरकार ने कोविड के दौरान लोगों को इलाज देने के बजाय केवल मौतें बांटीं. उनके राज में मध्य प्रदेश चौपट राज बन गया
एमपी में कौन सा घोटाला नहीं हुआ'
एमपी में कौन सा घोटाला नहीं हुआ. महाकाल लोक का घोटाला पूरा एमपी जानता है. इससे पहले व्यापम घोटाला हुआ, जिसमें युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया गया लेकिन उसमे आज तक किसी को सजा नहीं मिली.
'दिग्गी के साथ पुराने संबंध'
दिग्विजय सिंह के साथ अपने संबंधों पर बोलते हुए कमलनाथ ने कहा कि उन दोनों के बहुत पुराने संबंध हैं. दोनों के बीच हंसी-मजाक चलता रहता है. कपड़े फाड़ने की बात मैंने मजाक में कही थी. बीजेपी हमारे बीच झगड़े की अफवाह उड़ा रही है, उसमें कोई सच्चाई नहीं है.
'धर्म आचार का विषय, प्रचार का नहीं'
कमलनाथ ने कहा कि धर्म आस्था और सम्मान का विषय है, प्रचार का नहीं. राजनीति में धर्म को लाना उसका अपमान है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा है. बीजेपी का इसमें कोई रोल नहीं. अगर हम केंद्र सरकार में होते तो अदालत के आदेश का हम पालन कर रहे होते. अब बीजेपी वाले चिल्लाते रहें लेकिन इसमें उसका कोई योगदान नहीं है.
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