राज्यसभा चुनाव से पहले MP में चढ़ा सियासी पारा, क्या हैं कमलनाथ की डिनर पॉलिटिक्स के मायने
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को राजधानी भोपाल में पार्टी के सभी विधायकों को डिनर पर बुलाया है, ऐसे में राज्यसभा चुनाव से पहले इस डिनर पॉलिटिक्स के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
मध्य प्रदेश की पांच राज्यसभा सीटों पर चुनाव का ऐलान हो गया है, राज्य में विधायकों की संख्या के हिसाब से कांग्रेस को एक सीट मिलना तय माना जा रहा है. लेकिन इस एक सीट के लिए अब तक कई दिग्गज नेताओं को नाम सामने आ चुके हैं, हालांकि कौन राज्यसभा जाएगा इसको लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है. वहीं मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने निवास पर कांग्रेस के सभी विधायकों को डिनर पर बुलाया है, ऐसे में राज्यसभा चुनाव से पहले कमलनाथ की डिनर डिप्लोमेसी पर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है.
15 फरवरी है नॉमिनेशन का आखिरी दिन
दरअसल, राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशियों के लिए 15 फरवरी नॉमिनेशन का आखिरी दिन है, मध्य प्रदेश में अब तक कांग्रेस ने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है, लेकिन हाल ही में दिल्ली दौरे पर गए कमलनाथ ने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी, जिसके बाद अचानक से सियासी गलियारों में राज्यसभा की रेस में उनका नाम आया. माना जा रहा है कांग्रेस कमलनाथ को राज्यसभा भेज सकती है, ऐसे में विधायकों को डिनर पर बुलाने की डिप्लोमेसी को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है.
इन नेताओं के नाम की चर्चा सबसे तेज
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की तरफ से कमलनाथ, अरुण यादव और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के नाम की चर्चा सबसे तेज हैं. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मध्य प्रदेश से कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी राज्यसभा भेजने को लेकर कांग्रेस आलाकमान को पत्र लिखा है. माना जा रहा है कि कांग्रेस किसी ओबीसी नेता को राज्यसभा भेज सकती है.
क्या दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होंगे कमलनाथ
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा था, लेकिन पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद कमलनाथ ने पीसीसी चीफ का पद छोड़ दिया था. राजनीतिक जानकार मानते हैं कि भले ही कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में हार मिली है, लेकिन कमलनाथ का राजनीतिक अनुभव आज भी पार्टी के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद हो सकता है, ऐसे में माना जा रहा है कि कमलनाथ अब एक बार फिर से दिल्ली की सियासत में एक्टिव हो सकते हैं, यही वजह है कि वह राज्यसभा जाना जाते हैं. नॉमिनेशन से दो दिन पहले कमलनाथ ने विधायकों को डिनर पर बुलाया है, जिसमें कुछ अहम मुद्दों पर बात हो सकती है.
वैसे भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 66 विधायक चुनाव जीतकर आए हैं, जिनमें से ज्यादातर विधायक कमलनाथ समर्थक माने जाते हैं, ऐसे में विधायकों की सहमति और समर्थन पर भी डिनर के दौरान कमलनाथ चर्चा कर सकते हैं. इस आयोजन में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी शामिल हो सकते हैं.
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