कभी छिंदवाड़ा में कमलनाथ के लिए छोड़ी थी विधायकी, अब कांग्रेस से दिया इस्तीफा

छिंदवाड़ा में कमलनाथ के सबसे करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक दीपक सक्सेना ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. दीपक सक्सेना के बेटे आज बीजेपी में शामिल होने वाले हैं.

Mar 21, 2024 - 11:38
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कभी छिंदवाड़ा में कमलनाथ के लिए छोड़ी थी विधायकी, अब कांग्रेस से दिया इस्तीफा

छिंदवाड़ा में कांग्रेस के कई नेता अब तक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. लेकिन पार्टी को अब तक का सबसे बड़ा झटका लगता नजर आ रहा है. क्योंकि कमलनाथ के सबसे करीबी और उनके साथ हर मोर्चें पर खड़े होने वाले पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. जो पार्टी के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है. दीपक सक्सेना फिलहाल छिंदवाड़ा में कमलनाथ के विधायक प्रतिनिधि भी थे, ऐसे में उनका पार्टी छोड़ना कई अटकलों को जन्म दे रहा है. 

कमलनाथ को लिखा पत्र 

पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने अपना इस्तीफा भले ही पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को भेजा है, लेकिन उन्होंने पत्र कमलनाथ के नाम ही लिखा है. जिसमें उन्होंने व्यक्तिगत परेशानियों से पार्टी छोड़ने की बात कही है. दीपक सक्सेना अपना इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह कमलनाथ से किया है. उन्होंने पत्र में लिखा आदरणीय भैया...आपने मुझ पर हमेशा भरोसा जताया. विधायक से लेकर मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी. दो बार विधायक प्रतिनिधि भी बनाया. इसके लिए मैं और मेरा परिवार हमेशा आपका ऋणी रहेगा. लेकिन वर्तमान में अफने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर पाऊंगा. इसलिए विधायक प्रतिनिधि और संगठन के सभी पदो से इस्तीफा दे रहा हूं.'

बेटे बीजेपी में होंगे शामिल 

खास बात यह है कि एक तरफ दीपक सक्सेना ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दिया है, जबकि दूसरी तरफ उनके बेटे अजय सक्सेना बीजेपी में शामिल होने वाले हैं, वह गुरुवार की शाम तक बीजेपी में शामिल हो जाएंगे. जिसके लिए अजय सक्सेना कार्यकर्ताओं का बड़ा काफिला लेकर भोपाल के लिए निकले हैं. ऐसे में दीपक सक्सेना के इस्तीफे के बाद यह अटकलें भी शुरू हो गई है कि वह भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. क्योंकि हाल ही में जब कमलनाथ के बीजेपी में जाने की चर्चा चली थी, तब भी दीपक सक्सेना ने बीजेपी में जाने के संकेत दिए थे. 

कमलनाथ के लिए छोड़ी थी सीट 

दीपक सक्सेना की गिनती छिंदवाड़ा में कमलनाथ के सबसे करीबियों में होती है. इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री बने तो उन्हें विधानसभा में पहुंचने के लिए दीपक सक्सेना ने अपनी विधायकी छोड़ दी थी. दरअसल, 2018 में दीपक सक्सेना छिंदवाड़ा से विधायक चुने गए थे. लेकिन बाद में उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद कमलनाथ यहां से उपचुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. 

दो बार मंत्री रह चुके हैं दीपक सक्सेना 

दीपक सक्सेना की गिनती छिंदवाड़ा में कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती है. वह दिग्विजय सिंह की सरकार में दो बार मंत्री भी रह चुके हैं. वह चार बार छिंदवाड़ा सीट से विधायक रह चुके हैं. 2018 में उन्हें मध्य प्रदेश विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर भी बनाया गया था. दीपक सक्सेना 1974 से कांग्रेस से जुड़े हुए हैं. छिंदवाड़ा में कमलनाथ की सारी जिम्मेदारियां उन्हीं के हाथ में रहती थी. लेकिन अब उनका इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. 

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