जिस पार्टी ने राज्यसभा भेजा, उसी से की गद्दारी', निष्कासित सदस्य ने BJP का तुरंत थामा दामन, जानें क्या है उनका नाम
सुजीत कुमार साल 2020 से राज्यसभा के सदस्य थे. वह वर्तमान में राज्यसभा की याचिका समिति के अध्यक्ष भी थे. उन्होंने ओडिशा सरकार की विशेष विकास परिषद (एसडीसी) के मुख्य सचिव के सलाहकार के रूप में और ओडिशा राज्य योजना बोर्ड के विशेष सचिव के रूप में भी कार्य किया
: बीजू जनता दल (बीजद) के पूर्व राज्यसभा सदस्य सुजीत कुमार ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया. बीजद ने शुक्रवार को कुमार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया था. कुमार ने बीजेपी पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की.
पार्टी के साथ कुठाराघात
बीजद अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि कुमार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण तत्काल प्रभाव से बीजद से निष्कासित किया गया है. बयान में कहा गया है, ‘‘जिस पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा, उसी पार्टी को उन्होंने निराश किया है. उन्होंने कालाहांडी जिले के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं पर भी कुठाराघात किया है.’
इस्तीफा देकर, बीजेपी किया ज्वॉइन
इसके बाद कुमार ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और उनका इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया गया. भाजपा में शामिल होने के बाद सुजीत कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा आत्मनिर्भर भारत की बात करते हैं. वह हमेशा पूर्वी भारत के विकास को सुनिश्चित करने में बहुत सक्रिय रहे हैं. यह इलाका अब तक देश के अन्य राज्यों की तुलना में थोड़ा पिछड़ा हुआ था. ओडिशा से उनका विशेष लगाव है.
ओडिशा 2036 में अपने गठन के 100 साल पूरे करेगा. उन्होंने हमेशा मार्गदर्शन किया है कि ओडिशा कैसे एक विकसित राज्य बन सकता है. ओडिशा में सीएम मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार सत्ता में आने के बाद से ही इसे विकसित बनाने के लिए दिन-रात काम कर रही है. मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि मैं उनके साथ जुड़ पाया.
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