युवा क्रिकेटर ने रौशन किया MP का नाम, सचिन तेंदुलकर की मौजूदगी में BCCI ने दिया अवार्ड
भिंड जिले के उभरते क्रिकेटर विष्णु भारद्वाज ने भिंड जिले का मान बढ़ाया है. मुंबई के ताज होटल में बीसीसीआई ने विष्णु को देश का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एमए चिदंबरम अवार्ड से सम्मानित किया.
भिंड के लाल ने एक बार फिर अंचल का ''सिर" गर्व से ऊंचा किया है. उभरते क्रिकेटर विष्णु भारद्वाज को बीसीसीआई ने वार्षिक सम्मान समारोह नमन अवार्ड में चयन 28 क्रिकेटरों में विष्णु भारद्वाज भी शामिल किए गए. जिसमें विष्णु भारद्वाज को एमए चिदंबरम ट्रॉफी से सम्मानित किया है. यह ट्रॉफी विष्णु भारद्वाज को 2023-24 में अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी के सात मैचों में 38 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने में दी गई है. अब उम्मीद है कि विष्णु भारद्वाज जल्द राष्ट्रीय टीम में नजर आ सकते हैं.
जी मीडिया की टीम ने विष्णु भारद्वाज के परिवार से खास बातचीत की. उनके पिता गणेश भारद्वाज ने बताया कि विष्णु की 9 वर्ष की उम्र से ही क्रिकेट की ओर रुचि हो गई थी. वह स्कूल से आने के बाद सबसे स्कूल बैग रख कर पहले क्रिकेट खेलने के लिए दौड़ जाता था. भिंड के छोटे से मैदान पर पर क्रिकेट की शुरुआत कर अंडर 14,16 और अंडर-19 के बाद अब 23 टीम का हिस्सा है. राष्ट्रीय पटल पर जो अवार्ड विष्णु भारद्वाज को मिला है उससे उनके परिवार जिले अंचल और प्रदेश के लिए गौरव की बात है.
सचिन तेंदुलकर को मिला लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
विष्णु भारद्वाज को अवार्ड मिलने के साथ-साथ सबसे बड़ी बात यह है कि इस मंच पर सचिन तेंदुलकर सहित देश के नामी 11 खिलाड़ियों को लाइफ अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया गया है. विष्णु भारद्वाज की मां ने जी मीडिया को बताया कि वह अपने बेटे को अधिकारी बनना चाहती थीं, लेकिन उसकी रुचि क्रिकेट में होने के चलते उनके परिवार ने पूरा सहयोग किया और आज उसने जिले का नाम रोशन किया है
इन खिलाड़ियों ने भी किया भिंड का नाम रौशन
विष्णु भारद्वाज के दादा की प्रसन्नता का अंदाजा इसी बात से लगाए जा सकता है कि बातचीत करते समय उनकी आंखें पोते की सफलता को देखकर छलक आईं. इससे पहले भी खेलों में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पटल पर भिंड के युवाओं ने नाम ऊंचा किया है. उनमें पैरा ओलंपिक दिव्यांग खिलाड़ी पूजा ओझा, पारा कैनोइंग कायाकिंग प्लेयर प्राची यादव एवं गजेंद्र कुशवाहा मनीष कौरव, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई अवार्ड जीतने के साथ-साथ ठंडे पानी के समंदर इंग्लिश चैनल को पार कर देश का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार पद्म श्री अवार्ड जीतने वाले वाले सत्येंद्र लोहिया ने भिंड जिले के माथे पर लगे दाग बीहड़ बागी और बंदूक को समाप्त कर एक अलग ही पहचान दी है
साभार.