हार्ट अटैक के बाद बाईपास सर्जरी की नहीं पड़ेगी जरूरत, इस छोटे से टूल से ठीक किया जाएगा डैमेज मसल्स

हार्ट अटैक के बाद दिल सही ढंग से दोबारा काम कर सके इसके लिए बाईपास सर्जरी की जाती है. लेकिन जल्द ही अब इसकी जरूरत खत्म होने वाली है.

Jun 24, 2024 - 11:02
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हार्ट अटैक के बाद बाईपास सर्जरी की नहीं पड़ेगी जरूरत, इस छोटे से टूल से ठीक किया जाएगा डैमेज मसल्स

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हृदय रोग दुनिया भर में मौत का प्रमुख कारण है. इससे हर साल 1.8 करोड़ से अधिक लोगों की जान जाती है. हार्ट अटैक इसमें सबसे ज्यादा कॉमन है. इसमें मसल्स के डैमेज होने के कारण बाईपास सर्जरी ही मरीज को बचाने का आखिरी विकल्प माना जाता है. ऐसा ना करने पर 5-10 दिन के भीरत हार्ट रप्चर यानी की टूट-फूट होने लगती है.

लेकिन हाल ही में यूरोपियन हार्ट जर्नल में पब्लिश ऑस्ट्रियन रिसर्चर्स की एक स्टडी में यह दावा किया गया है कि डैमेज हो चुकी मसल्स को बिना सर्जरी जेंटल शॉकवेव की मदद से रिजनरेट किया जा सकता है. इसे 'स्पेस हेयर ड्रायर' तकनीक कहा जाता है. यह तकनीक, जो अभी भी विकास के शुरुआती चरण में है, दिल की मांसपेशियों को गर्म करके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने और हार्ट बीट को नियंत्रित करने का काम करती है.

यह तकनीक कैसे काम करती है?

स्पेस हेयर ड्रायर' एक छोटा उपकरण है जो माइक्रोवेव का उपयोग करके हृदय की मांसपेशियों को गर्म करता है. यह गर्मी रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और हृदय की मांसपेशियों के कार्य में सुधार करता है. 

स्पेस हेयर ड्रायर में क्या है खास? 

यह तकनीक पारंपरिक हृदय रोग उपचारों जैसे दवाओं और सर्जरी की तुलना में कई फायदे प्रदान करती है. इसमें मरीज को दर्द कम होता है, इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है. साथ ही यह रोगियों को जल्दी ठीक होने में मदद करता है. प्रारंभिक अध्ययनों से पता चला है कि यह तकनीक हृदय रोग के लक्षणों को काफी कम करने में भी प्रभावी है.

बच सकती है कई जान

विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीक 50 लाख से अधिक लोगों की जान बचा सकती है जो हर साल हृदय रोग से मरते हैं. हालांकि, इस तकनीक को व्यापक रूप से उपलब्ध होने में कुछ समय लग सकता है. ऐसे में अभी के लिए, हार्ट डिजीज से बचाव के लिए स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखना महत्वपूर्ण है, जिसमें नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार और तनाव प्रबंधन शामिल हैं.

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